यहाँ हर शख्स हर पल
हादसा होने से डरता है
खिलौना है मिटटी का
फ़ना होने से डरता है
मेरे दिल के किसी कोने मै
एक मासूम सा बच्चा
बारूद की देख कर दुनिया
बढा होने से डरता है
अजब है ज़िन्दगी की क़ैद मै
दुनिया का हर इंसान
रिहाई मांगता है और
रिहा होने से डरता है ...
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